अब संभल में फैले D गैंग पर खफिया एजेंसियों की नजर, दुबई से गिरोह ऑपरेट कर रहा है सारिक साटा

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संभल में फैले डी गैंग के नेटवर्क पर संभल पुलिस नजर बनाए हुए हैं. आज तक को मिली जानकारी के मुताबिक, संभल पुलिस यहां दाऊद इब्राहिम के गुर्गे का नेटवर्क खंगालनेमें जुट गई है. संभल के दीपा सराय का रहने वालामोस्ट वांटेड सारिक हुसैन उर्फ सारिक साटा दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट बनवा कर इस समय दुबई में बैठा हुआ है.

खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, दुबई में सारिक दाऊद इब्राहिम और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में आया. वह ISI के इशारे पर भारत में जाली नोट सप्लाई करवाता है. सारिक साटा भारत का सबसे बड़ा वाहन चोर है और उसके खिलाफ संभल, दिल्ली- NCR, उत्तराखंड में कई मामले दर्ज हैं.

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सारिक के खिलाफ दर्ज हैं 54 केस

पुलिस के मुताबिक, सारिक साटा पर कुल 54 मामले दर्ज हैं. सारिक साटा के संभल में किए गए संदिग्ध मनी ट्रांसफर पर पुलिस और खुफिया एजेंसियों की नजर बनी हुई है. सारिक साटा वाहन चोरी, मनी ट्रांसफर, हवाला और जाली नोटों के धंधे से जुड़ा है.

वह दुबई में बैठा है लेकिन संभल में फैले अपने नेटवर्क के जरिए वो बड़ी आपराधिक वारदातों को अंजाम दिलवाता है. खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद संभल पुलिस अब संभल में फैले सारिक के नेटवर्क पर नजर बनाए हुए है.

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रिक उर्फ़ सट्टा कभी चोरी की गाड़ियों को ख़रीदने का काम करता था. वह चोरी की गाड़ियों का इतना बड़ा रिसीवर बन गया था कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस पर NSA के तहत एक्शन लिया था. जेल से ज़मानत पर बाहर आने के बाद शारिक एजेंसियों को चकमा देकर भारत से फ़रार हो गया और दुबई में अपना ठिकाना बना लिया. बाद में ISI ने उससे संपर्क साधा और फिर वो उसके लिए काम करने लगा.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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